About the Department
समाजशास्त्र विभाग में स्नातक स्तर की कक्षाओं का प्रारम्भ 1965-66 में, जब कानपुर विश्वविद्यालय, आगरा विश्वविद्यालय से सम्बद्ध था, तब से हो गया था। प्रारम्भ में समाजशास्त्र विभाग से श्री रवीन्द्र सिंह चौहान जी की नियुक्ति 18.07.1965 में हुई। वह समाजशास्त्र के बहुत अच्छे प्रवक्ता व जानकार थे।
उसके बाद श्री सन्तोष कुमार बाजपेयी जी की नियुक्ति 11.10.1968 को हुई। 1973-74 में समाजशास्त्र विषय में विश्वविद्यालय द्वारा स्नातकोत्तर कक्षाओं का अनुमोदन प्राप्त हुआ। 1973-74 से समाजशास्त्र विषय में एम0ए0 कक्षाओं की विधिवत् अध्यापन प्रारम्भ हुआ।
स्नातकोत्तर कक्षाओं के प्रारम्भ होने के बाद 01.02.1974 में श्री अजय प्रताप सिंह की समाजशास्त्र विषय में नियुक्ति हुई। 13.01.1975 में डॉ0 नरेश चन्द्र शुक्ल की समाजशास्त्र विषय में नियुक्ति हुई। श्री रवीन्द्र सिंह चौहान जी जून 1994 में, श्री सन्तोष कुमार बाजपेयी जून 2006 में तथा
डॉ0 नरेश चन्द्र शुक्ल महाविद्यालय में प्राचार्य पद पर जून 2013 से मार्च 2015 तक कार्यरत रहे तथा जून 2015 में सेवानिवृत्त हुए। श्री अजय प्रताप सिंह का असामयिक निधन 03.05.2009 को सेवाकाल में ही हो गया था। डॉ0 अनिल कुमार सिंह की नियुक्ति 12.07.1996 को हुई,
इन्होंने मार्च 2015 से अक्टूबर 2021 तक कार्यवाहक प्राचार्य के पद पर अपनी सेवाएँ महाविद्यालय में दी तथा इनकी सेवानिवृत्ति 30.06.2022 को हुई। डॉ0 दयाशंकर सिंह यादव की नियुक्ति 28.02.2009 को हुई। डॉ0 दयाशंकर सिंह यादव का स्थानातरण सकलडीहा पी0जी0 कालेज, सकलडीहा में 16.07.2019 को हो गया था।
वर्तमान में उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग द्वारा चयनित श्री विनय शील एवं श्रीमती सरिता वर्मा 30.06.2022 की समाजशास्त्र विभाग में नियुक्ति हुई तथा सुश्री शिवानी सिंह अतिथि प्रवक्ता के पद पर कार्यरत् है।
समाजशास्त्र विभाग द्वारा कार्यशाला का आयोजन 20 दिसम्बर 2004 में 'अपराध शास्त्र व दण्डशास्त्र' पर विद्यालय प्रांगण में ही किया गया। इस कार्यशाला में कारागार महानिदेशक उत्तर प्रदेश कैप्टेन एस0के0 पाण्डेय मुख्यवक्ता के रूप में उपस्थित रहे। 09 जनवरी 2010 को समाजशास्त्र परिषद द्वारा 'विकासशील देशों में विकास की विसंगतियाँ' विषय पर एक राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया।
जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में बी0एच0यू0 के प्रो0(डॉ0) पी0एन0पाण्डेय उपस्थित रहे। दिनांक 29 जनवरी 2011 को समाजशास्त्र विभाग द्वारा ‘भारतीय आधुनिकता: समस्याएं एवं सम्भावनाएं' विषय पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया। इसमें डॉ0 डी0पी0 सक्सेना, पूर्व डीन, दीन दयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय गोरखपुर, मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे।
दिनांक 08 व 09 फरवरी 2012 को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यू0जी0सी0) द्वारा प्रायोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी ‘पर्यावरण की रोकथाम में मानव मूल्यों की भूमिका' 'Role of Human Values in the Prevention of Environment' विषय पर आयोजन किया गया। इस सेमिनार में प्रो0(डॉ0) पी0एन0 पाण्डेय, बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी से मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे।
गत वर्ष दिनाँक 05.11.2022 को विभाग द्वारा ‘इन्डक्शन प्रोग्राम‘ आयोजित किया गया, जिसमें नवीन सत्र में प्रवेश प्राप्त छात्र/छात्राओं को विद्यालय परिवेश, कार्यशैली एवं विषय के महत्त्व पर मुख्य वक्ता डॉ0 पवन कुमार मिश्रा एसोसिएट प्रोफेसर लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ द्वारा ज्ञानार्जन किया गया।
दिनाँक 11.12.2022 को युवा महोत्सव के अन्तर्गत अकादमिक व्याख्यानमाला में विभाग द्वारा ‘वर्तमान समय में समाजशास्त्र की प्रासंगिता‘ विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में प्रो0 विभूति भूषण मलिक डीन, अम्बेडकर स्कूल ऑफ सोशल साइंसेज, बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर (केन्द्रीय) विश्विद्यालय एवं विशिष्ट वक्ता के रूप में डॉ0 अजय कुमार असिस्टेन्ट प्रोफेसर समाजशास्त्र विभाग बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर (केन्द्रीय) विश्वविद्यालय उपस्थित रहे।
विभाग की उपलब्धियों में मुकेश कुमार (पूर्व छात्र) सी0एस0एन0 पी0जी0 कालेज का चयन उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग द्वारा असिस्टेन्ट प्रोफेसर के पद पर बरेली कालेज, बरेली में हुआ साथ ही धीरज कुमार ने जून 2022 में यू0जी0सी0 नेट की परीक्षा में समाजशास्त्र विषय से जे0आर0एफ0 उत्तीर्ण किया। वर्तमान में धीरज लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ में शोध छात्र हैं।